नागल सिरस मे चल रहे नवदिवसीय 131कुण्डात्मक महायज्ञ
मे आज देव स्थापन व अरणी मन्थन के माध्यम से अग्नि देव का हुआ प्रगटीकरण यज्ञाचार्य पं सत्यनारायण शास्त्री माचवा ने बताया कि आज इस महायज्ञ में देशी गो घृत व गुड़िया शक्कर व पंचमेवे से आहुतियां दिलवाई जा रही है। नागल सिरस मे चल रहे नवदिवसीय 131कुण्डात्मक महायज्ञ
मे आज देव स्थापन व अरणी मन्थन के माध्यम से अग्नि देव का हुआ प्रगटीकरण यज्ञाचार्य पं सत्यनारायण शास्त्री माचवा ने बताया कि आज इस महायज्ञ में देशी गो घृत व गुड़िया शक्कर व पंचमेवे से आहुतियां दिलवाई जा रही है। प्रातःकाल सभी यजमान व विद्वान पंचगव्य पान करके ही मण्डप में प्रवेश कर रहे।इस महायज्ञ मे उपाचार्य पं मदन महाराज ईश्वरी सिंह पुरा यज्ञ ब्रह्मा
नीरज वैदिक सहित 141विद्वान पधारे हैं।यज्ञ आयोजक
महाराज श्री चेतन दास जी महाराज ने बताया कि
यज्ञ धर्म रक्षार्थ गोहितार्थ व विश्व शांति हेतु करवाया जा रहा है।जो धर्म की रक्षा करता है धर्म उसकी रक्षा करता है।यज्ञ समिति ने सब कार्यभार संभाल रखा है। लल्लू राम जी मास्टर जी ने बताया कि समीति के सभी सदस्य व यजमान प्रसन्नता से कार्य कर रहे हैं।आज श्री राम सहस्त्र नामावली व पुरूष सूक्त से लगाई गई सवा लाख आहुतियां और प्रातःकाल सभी यजमान व विद्वान पंचगव्य पान करके ही मण्डप में प्रवेश कर रहे।इस महायज्ञ मे उपाचार्य पं मदन महाराज ईश्वरी सिंह पुरा यज्ञ ब्रह्मा
नीरज वैदिक सहित 141विद्वान पधारे हैं।यज्ञ आयोजक
महाराज श्री चेतन दास जी महाराज ने बताया कि
यज्ञ धर्म रक्षार्थ गोहितार्थ व विश्व शांति हेतु करवाया जा रहा है।जो धर्म की रक्षा करता है धर्म उसकी रक्षा करता है।यज्ञ समिति ने सब कार्यभार संभाल रखा है। लल्लू राम जी मास्टर जी ने बताया कि समीति के सभी सदस्य व यजमान प्रसन्नता से कार्य कर रहे हैं।